Saturday, January 30, 2016

विलुप्त होयत मैथिलि कs शब्द

मण्डन , भारती , आयाची , विद्यापति , लोरिक, सलहेश, दीना बद्री आ जिबु के भाषा और संस्कृति आई मारनाशन किया अछि ?

कही मिथिला अक्षर (तिरहुत लिपि ) जेका मैथिलि भाषा भी बिलुप्त भ जायत ??

मैथिलि भाषा कs कतए शब्द आई हम या हमर आवा वाला पीढ़ी के लेल नै अछि कही इ कारन त नए  भ जाए मैथिली भाषा के विलुप्ता के ?? 
देवनागरी लिपि स्थान ल लेलक तिरहुत लिपि के कही , कही हिंदी कs शब्द त नए ल लेत मैथिलि कs शब्द कs स्थान ??
बचबए  के अछि अगर भाषा के, त पहिने बचबए पडत शब्द के, शब्द कोनो भी भाषा के रीढ़ होयत अछि अगर शब्द नै रहत त भाषा कोना बजत ?
बहुत राश शब्द सब बदलै गेल - छिपलि - प्लेट भ गेल , ओहार - पर्दा भ गेल , पर्दा या  प्लेट बाजु मगर छिपलि, थाड़ी या ओहार शब्द के हत्या क क नए बाजु ! घर के नव कनिया के घोघ तैन कs चले दियाओं , घूँघट तैन क नै कs नै चलाओ !!

हमसब गोटे अगर अपन बाबा / दाई के मुख सs जे मैथिलि सुनैत रही, ओ मैथिलि कहा हेरा गेल , कही हम सब आधुनिता के दौर में मैथिलि भाषा के साथ अन्याय त नै क रहल छी ?

पुनः एक बेर सोचे पडत , कोना संरक्षित करी अपन माई के बोल के , कोनो संरक्षित करी अपन माई के बोलकs शब्द के आई स हम सब प्राण ली जे मैथिलि शब्द के हत्या क दोसर भाषा के शब्द कs उपयोग नै करब !!
शब्द स ही अपनापण के एहशास होयत अछि !!

धन्यवाद 

दुर्गानाथ झा 

4 comments:

  1. बड़ सुनर भाईजी

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  2. बड़ सुनर भाईजी

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  3. जी दुर्गा भैया बिलकुल सही अइछ जय मिथिला.

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  4. धन्यवाद अपने सब गोटे के

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