मण्डन , भारती , आयाची , विद्यापति , लोरिक, सलहेश, दीना बद्री आ जिबु के भाषा और संस्कृति आई मारनाशन किया अछि ?
कही मिथिला अक्षर (तिरहुत लिपि ) जेका मैथिलि भाषा भी बिलुप्त भ जायत ??
मैथिलि भाषा कs कतए शब्द आई हम या हमर आवा वाला पीढ़ी के लेल नै अछि कही इ कारन त नए भ जाए मैथिली भाषा के विलुप्ता के ??
देवनागरी लिपि स्थान ल लेलक तिरहुत लिपि के कही , कही हिंदी कs शब्द त नए ल लेत मैथिलि कs शब्द कs स्थान ??
बचबए के अछि अगर भाषा के, त पहिने बचबए पडत शब्द के, शब्द कोनो भी भाषा के रीढ़ होयत अछि अगर शब्द नै रहत त भाषा कोना बजत ?
बहुत राश शब्द सब बदलै गेल - छिपलि - प्लेट भ गेल , ओहार - पर्दा भ गेल , पर्दा या प्लेट बाजु मगर छिपलि, थाड़ी या ओहार शब्द के हत्या क क नए बाजु ! घर के नव कनिया के घोघ तैन कs चले दियाओं , घूँघट तैन क नै कs नै चलाओ !!
हमसब गोटे अगर अपन बाबा / दाई के मुख सs जे मैथिलि सुनैत रही, ओ मैथिलि कहा हेरा गेल , कही हम सब आधुनिता के दौर में मैथिलि भाषा के साथ अन्याय त नै क रहल छी ?
पुनः एक बेर सोचे पडत , कोना संरक्षित करी अपन माई के बोल के , कोनो संरक्षित करी अपन माई के बोलकs शब्द के आई स हम सब प्राण ली जे मैथिलि शब्द के हत्या क दोसर भाषा के शब्द कs उपयोग नै करब !!
शब्द स ही अपनापण के एहशास होयत अछि !!
धन्यवाद
दुर्गानाथ झा
शब्द स ही अपनापण के एहशास होयत अछि !!
धन्यवाद
दुर्गानाथ झा